tag:blogger.com,1999:blog-3190217504726480595.post8445233567242066326..comments2024-01-30T07:21:35.553-05:00Comments on बात-बेबात: हिंदुस्तान को हिंदुस्तान ही रहने दें Subhash Raihttp://www.blogger.com/profile/15292076446759853216noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3190217504726480595.post-54971681038854791012010-05-18T02:07:50.596-04:002010-05-18T02:07:50.596-04:00बस्तर के जंगलों में नक्सलियों द्वारा निर्दोष पुलिस...बस्तर के जंगलों में नक्सलियों द्वारा निर्दोष पुलिस के जवानों के नरसंहार पर कवि की संवेदना व पीड़ा उभरकर सामने आई है |<br /><br />बस्तर की कोयल रोई क्यों ?<br />अपने कोयल होने पर, अपनी कूह-कूह पर<br />बस्तर की कोयल होने पर<br /><br />सनसनाते पेड़<br />झुरझुराती टहनियां<br />सरसराते पत्ते<br />घने, कुंआरे जंगल,<br />पेड़, वृक्ष, पत्तियां<br />टहनियां सब जड़ हैं,<br />सब शांत हैं, बेहद शर्मसार है |<Unknownhttps://www.blogger.com/profile/06416954992294116922noreply@blogger.com