भास्कर दैनिक समाचारपत्र के जयपुर संस्करण से जुड़े युवा और तेज-तर्रार कार्टूनिस्ट चंद्रशेखर हाडा ने मेरा कैरिकेचर बहुत प्यार से बनाया. उनके मन को जो भा जाय, वह उनकी लकीरों और उनके रंगों से बच नहीं पाता है. मेरी उनसे पहले कभी मुलाकात नहीं है पर उन्होंने कहीं मेरी छोटी-सी तस्वीर देखी थी, उसी सूत्र के सहारे वे मुझ तक पहुँच गए. मैं कहूँगा कि वे मेरे ह्रदय के बहुत नजदीक तक पहुँचने में कामयाब रहे. कलाकार किसी का चेहरा तभी ठीक से देख पाता है, जब वह उसके दिल को पहचान सके. उनकी नजर से मैं अपने को देखकर अभिभूत-सा अनुभव कर रहा हूँ.आप भी मिलें चंद्रशेखर के सुभाष से.
nice
जवाब देंहटाएंkaash,apna bhi koi aisa sundar कैरिकेचर banata..
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